Rawata Ram Jani
शहीद रावताराम जाणी (1947 - 1965) (Rawata Ram Jani) का जन्म राजस्थान के बाड़मेर जिले की पचपदरा तहसील के चान्देसरा गाँव में 1947 को हिम्मताराम जाणी और लाली देवी
रावताराम जाणी का चयन भारतीय रेलवे में अगस्त 1965 में बतौर गैंगमैन हुआ. इनको रेलवे में भीमरलाई और गोल स्टेसनों के बीच रेल पटरी की निगरानी और मरम्मत का कार्य सौंपा गया.
सन 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान गडरारोड़ पर भारत के सैनिक सप्लाई के रेल मार्ग को तोड़ दिया तो रेल पटरी ठीक करते हुए दिनांक 9 सितम्बर 1965 को वह अन्य 13 साथियों के साथ शहीद हुए. मौत की परवह किये बिना पाक की निरंतर एवं भारी बमबारी के बाद भी साथियों के साथ राष्ट्रीयता से औत-प्रोत हो कर रेल पटरी को ठीक कर दिया. इससे सिंध क्षेत्र में सीमा पर लड़ रहे सैनिकों की सैनिक सप्लाई बहाल हो पाई.
देश के लिए अपने कर्तव्यपालन करने वाले गडरारोड़ के सभी 14 शहीदों की स्मृति में रेलवेमेन्स यूनियन के तत्वाधान में शहीद स्मारक बनाया गया है, जहाँ प्रतिवर्ष 9 सितम्बर को शहीद मेले का आयोजन होता है.
शहीद रावताराम जाणी की पावन स्मृति में इनके परिवार ने अपने घर में एक चबूतरे पर इनकी मूर्ती लगाकर स्मारक बनाया है, जहाँ शहादत तिथि को रात्रि जागरण का आयोजन होता है. शादी विवाह के अवसर पर प्रसाद चढ़ाई जाती है. यह थान आज भी भावी पीढ़ी को देश-भक्ति की शिक्षा देता है.
सन्दर्भ[edit]
- जोगाराम सारण: बाड़मेर के जाट गौरव, खेमा बाबा प्रकाशन, गरल (बाड़मेर), 2009 , पृ. 78-79
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